मतदाता सूची में हेराफेरी के आरोप दिन-ब-दिन संदिग्ध होते जा रहे हैं
14 अगस्त 2025
निर्निमेश कुमार

मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप दिन-प्रतिदिन गहराता जा रहा है। अब भाजपा भी इस मामले में कूद पड़ी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी और टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र - अमेठी, कन्नौज, वायनाड और डायमंड हार्बर - जहां से वे निर्वाचित हुए हैं, वहां मतदाता सूची में अनियमितताएं हैं।
उन्होंने उन पर “वोट चोरी” का आरोप लगाया और उन पर फर्जी वोटों के आधार पर चुनाव जीतने का आरोप लगाया।
उन्होंने तमिलनाडु के कोलाथुर विधानसभा क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में वोटों के पंजीकरण में अनियमितताओं का आरोप लगाया, जहां से क्रमशः तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव निर्वाचित हुए थे।
रायबरेली, वायनाड, कन्नौज से लेकर डायमंड हार्बर तक एक ही सवाल गूंज रहा था कि आखिर फर्जी मतदाता क्यों बनाए गए?
उनके आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा आयोग से मिली हुई है, क्योंकि ठाकुर ने जिन पांच लोकसभा क्षेत्रों के आंकड़े प्रस्तुत किए हैं, वे इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में हैं।
पार्टी ने कहा कि वह वाराणसी लोकसभा क्षेत्र की इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची भी चाहती है, जहाँ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मामूली अंतर से जीते थे। कांग्रेस ने सुझाव दिया कि ठाकुर का मतलब था कि पिछला लोकसभा चुनाव एक फर्जी मतदाता सूची के आधार पर लड़ा गया था, इसलिए इसे अमान्य घोषित किया जाना चाहिए।
चुनाव आयोग खुद को ऐसी स्थिति में पा रहा है जहाँ देश के दो प्रमुख राजनीतिक दल उस पर भरोसा करने से कतरा रहे हैं। इस बेबाक लड़ाई में, चुनाव आयोग ही हार रहा है। वह जितनी जल्दी इन शंकाओं को दूर करेगा, देश के चुनावी लोकतंत्र के लिए उतना ही बेहतर होगा।
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